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Friday, 18 April 2014

नरेंद्र मोदी के खिलाफ अश्‍लील सीडी जारी करने की कांग्रेस की बड़ी साजिश हुई नाकाम!


Sundeep Dev

संदीप देव। कल यानि गुरुवार को कांग्रेस ने प्रेस वार्ता कर उमा भारती का 7 साल पुराना जो वीडियो जारी किया है, वो दरअसल कांग्रेस की मजबूरी का परिणाम है। उससे एक दिन पहले बुधवार को कांग्रेस ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर मीडिया के समक्ष एक वीडियो चलाने की कोशिश की थी, लेकिन ज्‍यों ही वार्ता शुरू हुई तो वीडियो चला ही नहीं। दरअसल उस लैपटॉप में वीडियो था ही नहीं। अगस्‍ता वेस्‍टलैंड के दलालों ने जिस 'एपी' का जिक्र किया है, उस 'एपी' के निर्देश पर एक वरिष्‍ठ पत्रकार जिसका नाम 'मर' से शुरू व अंत होता है। (आगे का पूरा नाम आप खुद समझ लीजिए, क्‍योंकि कानूनी और सुरक्षा के कारण मैं इस वक्‍त उसका नाम नहीं ले सकता हूं।) तो उस 'मर' ने नरेंद्र मोदी के एक हमशक्‍ल की मदद से एक फर्जी और अश्‍लील वीडियो तैयार किया था। मेरे दो मित्र हैं, जिनका नाम भी मैं सुरक्षा करणों से नहीं लूंगा। उन दोनों ने उस वीडियो को मंगलवार की रात को ही 'मर' के तकनीकी सहायक की मदद से इसे नष्‍ट कर दिया था। 'मर' से उन दोनों के भी अच्‍छे संबंध है, इसलिए वह 'मर' की इस कारास्‍तानी में नजदीक से जुड़े थे, लेकिन जब ऐन वक्‍त आया तो 'मर' के पूरे कंप्‍यूटर लैब को एक तरह से ध्‍वस्‍त कर दिया गया।

हर एक जगह से उस वीडियो को डिलीट कर दिया गया था।


नरेंद्र मोदी पर लिखी मेरी पुस्‍तक '' साजिश की कहानी-तथ्‍यों की जुबानी'' का वह पेज जिसमें जनवरी 2014 में ही कांग्रेस द्वारा की जाने वाली ऐसी साजिशों के बारे में बता दिया गया था।

'मर' ने सुबह अपने लैपटॉप में इसे चलाकर चेक करने की  कोशिश की लेकिन वीडियो चला ही नहीं। उसने अपने लैब के तकनीकी व्‍यकित को फोन किया। उस व्‍यकित की मदद से ही मेरे मित्रों ने 'मर' द्वारा तैयार कराए गए वीडियो को नष्‍ट किया था। उस व्‍यकित ने 'मर' को कहा कि इसमें टाइम के हिसाब से पासवर्ड सेट किया गया है। ठीक प्रेस वार्ता के समय यह चल जाएगा। 'मर' कोई तकनीकी आदमी तो है नहीं, कांग्रेस द्वारा पहले से प्रयोजित प्रेस वर्ता में यह लैटटॉप पहुंचा दिया गया, लेकिन ऐन मौके पर वह चला ही नहीं।

कांग्रेस के पेशानी पर बल पड़ चुका था। 'मर' लगातार अपने उस तकनीकी आदमी को फोन कर रहा था। उसने कम से कम 70 बार उसे फोन किया, लेकिन वह भी दिल्‍ली छोड़कर भाग चुका है। अब वह नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही दिल्‍ली लौटेगा। कांग्रेस की फजीहत हो चुकी थी इसलिए उसने पत्रकारों को कहा कि कल यह वीडियो दिखाया जाएगा और फिर गुरूवार को अपनी लाज बचाने के लिए कांग्रेस ने उमा के सात साल पुराने वीडियो को चलाकर किसी तरह से अपनी फजीहत से बचने की कोशिश की, जबकि उमा का वह वीडियो तो यूटयूब पर सालों से मौजूद है। कांग्रेस की कोशिश बुधवार को उस अश्‍लील वीडियो को जारी करने का मकसद नरेंद्र मोदी को बदनाम कर गुरुवार को सबसे बडे दौर यानी 121 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने की थी, लेकिन मेरे कुछ मित्रों ने इसे बचा लिया।


इस ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद उनमें से एक मित्र का मेरे पास फोन आया और उन्‍होंने बताया कि आपकी पुस्‍तक '' साजिश की कहानी-तथ्‍यों की जुबानी'' के पेज 19 पर जो आशंका पहले से ही दर्शा दी गई थी, उसे कांग्रेस ने हकीकत में तब्‍दील कर दिया था, जिसे हमलोगों ने नष्‍ट कर दिया है। उन्‍होंने मेरे भरोसे के लिए वह अश्‍लील तस्‍वीर एक बार मुझे दिखाई और फिर वहीं उसे जलाकर नष्‍ट कर दिया। कांग्रेस सर पीट रही है। मैंने अपनी सुरक्षा की परवाह न करते हुए इसे सोशल मीडिया पर इस लिए जारी कर दिया है कि अगले दौर से पहले कांग्रेस फिर ऐसी किसी नीच हरकत को अंजाम दे सकती है। आपलोग इसे इतना फैला दें कि कांग्रेस की आगामी गंदी योजना यदि हो तो वह पूरी तरह से नष्‍ट हो जाए और मेरे व मेरे मित्रों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो जाए। हां एक बात और बता दूं कि कांग्रेसी व उस 'एपी' की योजना में मेरे एक वरिष्‍ठ पत्रकार साथी भी शामिल थे, जो इस वक्‍त एक अखबार में संपादक के पद पर विराजमान है। 'मर' और मेरे उस वरिष्‍ठ पत्रकार साथी जैसों के कारण आज पत्रकारिता सिर्फ 'दलाली' का पेशा बनकर रह गई है।

Source: http://aadhiabadi.com/positive-interference/aadhiabadi-blog/924-sandeep-deo-blogs3NaMo

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