June 8, 2013
ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या , कलियुग वर्ष ५११५
नई दिल्ली | मुख्यमंत्रियों के
आंतरिक सुरक्षा सम्मेलन में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भरे
सभागार में मंच से सीधे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग सरकार पर खुद
को जेल में डालने की साजिश का आरोप लगाकर सभी को सन्न कर दिया। बुधवार को
हुए सम्मेलन में अपनी बारी आने पर मोदी ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले में
सीबीआइ की सक्रियता पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार उनको जेल में
डालने के लिए संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को तार-तार कर रही है।
मोदी ने अपने लिखित भाषण से अलग सीधे प्रधानमंत्री पर उनके ही मंच से निशाना साधा। मोदी ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार और पूरा तंत्र नरेंद्र मोदी को जेल में डालने के रास्ते तलाश रहा है। अगर आप हमें जेल भेजना चाहते हैं तो जरूर भेजें, लेकिन सीबीआइ और आइबी जैसी संस्थाओं के साथ ऐसा न करें। एक मोदी को अंदर करने के लिए संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा तार-तार नहीं होनी चाहिए।'
जिस समय मोदी यह तीखा हमला कर रहे थे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तो निर्विकार भाव से बैठे रहे, लेकिन उनके मंत्री पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे और मनीष तिवारी के चेहरे बेहद सख्त हो गए थे। मोदी ने आंतरिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की भी चुटकी ली। मंत्रालय के कई अधिकारियों के साथ अमेरिकी प्रवास का जिक्र करते हुए मोदी ने साबित करने की कोशिश की कि गृह मंत्रालय अपना काम कर ही नहीं रहा।
मोदी ने गृह मंत्री के बयान का संदर्भ लिया, जिसमें उन्होंने हर थाने में 'क्राइम कंट्रोल किट' का जिक्र किया है। इस पर मोदी ने चुटकी ली कि यह तो हर थाने में होती है और यह काम जिले के पुलिस अधीक्षक का होता है। अगर गृह मंत्रलय के स्तर पर थाना स्तर की इस किट की बात हो रही है, तो समझा जा सकता है कि उसके पास क्या-क्या काम है? मोदी अपने व्यंग्यबाण छोड़ने के बाद विज्ञान भवन के उस हाल में रुके भी नहीं और सरकार को क्षत-विक्षत कर चलते बने।
स्त्रोत : जागरण क़ोम
मोदी ने अपने लिखित भाषण से अलग सीधे प्रधानमंत्री पर उनके ही मंच से निशाना साधा। मोदी ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार और पूरा तंत्र नरेंद्र मोदी को जेल में डालने के रास्ते तलाश रहा है। अगर आप हमें जेल भेजना चाहते हैं तो जरूर भेजें, लेकिन सीबीआइ और आइबी जैसी संस्थाओं के साथ ऐसा न करें। एक मोदी को अंदर करने के लिए संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा तार-तार नहीं होनी चाहिए।'
जिस समय मोदी यह तीखा हमला कर रहे थे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तो निर्विकार भाव से बैठे रहे, लेकिन उनके मंत्री पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे और मनीष तिवारी के चेहरे बेहद सख्त हो गए थे। मोदी ने आंतरिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की भी चुटकी ली। मंत्रालय के कई अधिकारियों के साथ अमेरिकी प्रवास का जिक्र करते हुए मोदी ने साबित करने की कोशिश की कि गृह मंत्रालय अपना काम कर ही नहीं रहा।
मोदी ने गृह मंत्री के बयान का संदर्भ लिया, जिसमें उन्होंने हर थाने में 'क्राइम कंट्रोल किट' का जिक्र किया है। इस पर मोदी ने चुटकी ली कि यह तो हर थाने में होती है और यह काम जिले के पुलिस अधीक्षक का होता है। अगर गृह मंत्रलय के स्तर पर थाना स्तर की इस किट की बात हो रही है, तो समझा जा सकता है कि उसके पास क्या-क्या काम है? मोदी अपने व्यंग्यबाण छोड़ने के बाद विज्ञान भवन के उस हाल में रुके भी नहीं और सरकार को क्षत-विक्षत कर चलते बने।
स्त्रोत : जागरण क़ोम
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