पी. नवीन
जगदलपुर।। नक्सलियों ने कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा को मारने से पहले काफी तड़पाया था। महिला नक्सलियों ने कर्मा के शरीर पर 78 बार चाकुओं से वार किया। नक्सली अपने सबसे बड़े दुश्मन महेंद्र कर्मा को मौत से पहले ज्यादा से ज्यादा दर्द देकर तड़पते हुए देखना चाह रहे थे। नक्सली हमले के दो चश्मदीद गड़ेरियों ने सीआरपीएफ के कोबरा कमांडोज को यह जानकारी दी।
इसके अलावा कर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी नक्सलियों की उन पर दिखाई गई बर्बरता की पुष्टि हुई है। कर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंपी गई। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कर्मा के शरीर पर चाकुओं के 75 से ज्यादा निशान पाए गए। इसके अलावा उनके शरीर पर गोलियों के भी निशान थे। सूत्रों के मुताबिक हमले में मारे गए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के शरीर पर भी चाकुओं से गोदे जाने के निशान थे, लेकिन यह कर्मा की तुलना में कम थे।
एक कमांडो ने इस बारे में हमारे सहयोगी न्यूज़पेपर टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि महिला नक्सलियों, जिनकी तादाद 10 से 12 थी, ने कर्मा द्वारा अपनी पहचान बताने के बावजूद दूसरे कांग्रेसियों से इसकी पुष्टि की। जब नक्सलियों को इस बात का भरोसा हो गया कि यही कर्मा हैं तो उन्होंने उनका मजाक बनाना शुरू कर दिया।
जगदलपुर।। नक्सलियों ने कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा को मारने से पहले काफी तड़पाया था। महिला नक्सलियों ने कर्मा के शरीर पर 78 बार चाकुओं से वार किया। नक्सली अपने सबसे बड़े दुश्मन महेंद्र कर्मा को मौत से पहले ज्यादा से ज्यादा दर्द देकर तड़पते हुए देखना चाह रहे थे। नक्सली हमले के दो चश्मदीद गड़ेरियों ने सीआरपीएफ के कोबरा कमांडोज को यह जानकारी दी।
इसके अलावा कर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी नक्सलियों की उन पर दिखाई गई बर्बरता की पुष्टि हुई है। कर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंपी गई। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कर्मा के शरीर पर चाकुओं के 75 से ज्यादा निशान पाए गए। इसके अलावा उनके शरीर पर गोलियों के भी निशान थे। सूत्रों के मुताबिक हमले में मारे गए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के शरीर पर भी चाकुओं से गोदे जाने के निशान थे, लेकिन यह कर्मा की तुलना में कम थे।
एक कमांडो ने इस बारे में हमारे सहयोगी न्यूज़पेपर टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि महिला नक्सलियों, जिनकी तादाद 10 से 12 थी, ने कर्मा द्वारा अपनी पहचान बताने के बावजूद दूसरे कांग्रेसियों से इसकी पुष्टि की। जब नक्सलियों को इस बात का भरोसा हो गया कि यही कर्मा हैं तो उन्होंने उनका मजाक बनाना शुरू कर दिया।
चश्मदीद गड़ेरियों के हवाले
से सीआरपीएफ कमांडो ने बताया कि महिला नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा को एक
तरफ ले जाकर चारों ओर से घेर लिया और उनकी आखिरी इच्छा पूछी। कर्मा से पूछा
गया कि आखिरी घड़ी में वह नए कपड़े पहनना पसंद करेंगे या खाना खाना। एक
नक्सली को उनकी गाड़ी से लंच लाने के लिए भी भेजा गया।
कर्मा शांत थे और उनके हाथ पीछे की ओर करके बंधे हुए थे। इन सबके बीच एक महिला नक्सली ने कर्मा की पीठ पर गोली मार दी, लेकिन वह नीचे नहीं गिरे। दूसरी महिला नक्सली ने लकड़ी के टुकड़े से वार करके उनका पैर तोड़ दिया और वह गिर पड़े। इसके बाद महिला नक्सलियों ने मिलकर उनके शरीर को चाकुओं से गोद दिया।
नक्सली इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए पहले ही कह चुके हैं उनका मकसद सलवा जुड़म के लिए महेंद्र कर्मा को सजा देना था।
कर्मा शांत थे और उनके हाथ पीछे की ओर करके बंधे हुए थे। इन सबके बीच एक महिला नक्सली ने कर्मा की पीठ पर गोली मार दी, लेकिन वह नीचे नहीं गिरे। दूसरी महिला नक्सली ने लकड़ी के टुकड़े से वार करके उनका पैर तोड़ दिया और वह गिर पड़े। इसके बाद महिला नक्सलियों ने मिलकर उनके शरीर को चाकुओं से गोद दिया।
नक्सली इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए पहले ही कह चुके हैं उनका मकसद सलवा जुड़म के लिए महेंद्र कर्मा को सजा देना था।
Source: http://navbharattimes.indiatimes.com/india/national-india/women-maoists-stabbed-congress-leader-mahendra-karma-78-times/articleshow/20323673.cms
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