आज मान. नरेंद्र मोदी जी नें क्या कहा आज स्व. इदिरा गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के द्वारा भारतीय इतिहास को धूमिल करनें एवं भारत के संसाधनों को किनारे करते हुये अमरीका की परोक्ष सहायता करनें के विषय में..
बहुत ध्यान से सुनिये,, बहुत से विषय निकल कर आते है श्री मोदी जी के इस भाषण में..
1) भारतीय नागरिकों को चीन से मोबाईल के सिग्नल मिलते हैं, कच्छ में पाकिस्तान के सिग्नल आते हैं - किन्तु भारतीय मोबाईल क्रांति का कोई असर वहां देखनें को नहीं मिलता है...
2) भारत एकमात्र एसा राष्ट्र है जो अपनीं सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रती अभूतपूर्व उदासीनता व्याप्त है.. 1962 तक तो छूट दी जा सकती है किन्तु 2010 में चीन की घुसपैठ असहनीय है..
3) अंग्रेजों नें कूटनीति कारणों से भारत की जनता में एकता नहीं होनें दी थी - समझ में आता है किन्तु स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस नें भी वहीं जहर बोया भारत के सभी भागों में...
4) भारत में असंख्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानीं हुये हैं जिन्होंनें राष्ट्र के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान दिया,, नागालैंड से और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों से बहुत से भारतियों नेम अपना सर्वोच्च बलिदान दिया - चिंतन कीजिये यदी उन सभी के नाम आज के युवाओं को पता चल जायेंगे तो "एक परिवार" का क्या होगा..?
उस "पवित्र परिवार के लिये" समूचा इतिहास छिन्न भिन्न किया जा रहा है..
5) कारगिल युद्ध में नागालैंड के जवानों के बारे मे शायद पहली बार श्री मोदी जी के मुख से सुना है...
6) 2008 में डा. मनमोहन सिंह जी को याद आया की उत्तर पूर्वी राज्यों के लिये विजन डाक्यूंएंट (दृष्टीकोंण पत्र बनाया), आज तक उसको किसी नें पूरा पढा ही नहीं तो काम होना तो दूर की कौड़ी है..
7) उत्तर पूर्वी राज्यों में पूरे भारत की बिजली की समस्या का समाधान देनें की संभावना है किन्तु - कांग्रेस सरकार नें एक भी पावर प्रोजेक्ट नहीं लगाया जबकी हर साल वहां पर बाढ़ आती है.. नेपाल जैसा छौटा सा देश अपनीं आवश्यक्ता पूर्ण कर लेता है किन्तु भारत अपनीं समस्या उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में नहीं सुधार सका...
8) इन्दिरा गांधी के समय चुनावी घोषणा पत्र में कहा था की चुनाव यदी जीते तो बाईबल के अनुसार शासन चलायेंगे...????
9) पूरी दुनिया न्यूक्लीयर पावर के लिये दौड़ रही है, भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में यूरेनियम का भंडार है किन्तु मनमोहन जी के वित्त मंत्री बननें से पहले इन क्षेत्रों में यूरेनियम के उतखनन के लिये एक र्पया भी खर्च नहीं किया गया... अब मनमोहन जी के प्रधानमंत्री बननें के बाद अमेरिका से यूरेनियम खरीदनें के सौदे किये जा रहे हैं .. (डालर एसे ही मजबूत हो रहा है.. )
10) चीन नें तिब्बत का एक बड़ा हिस्सा अपनें कब्जे में ले लिया था तब कहा गया था की वो तो एक बंजर जमींन है,, एक तिनका घांस का वहा अहीं उगता है - अब ये और बात है की किसी के सर पर एक भी बाल नहीं उगता है..
निम्न लिंक पर पूरा उद्घोष सुनिये...
http://youtu.be/
दूरदृष्टा चिंतन, ओजस्वी वक्ता, राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत एवं निर्भीक नेतृत्व....
भारत के मेरे भाइयों और बहनों.. भारत माँ का सपूत आ रहा है - तय्यार रहो..
वन्दे मातरम..
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