श्रीनगर।। 'कश्मीर में रहना है तो इस्लाम को अपना लो और आंदोलन में हमारा साथ दो या फिर घाटी से अपना बोरिया बिस्तर बांध लो....'
कश्मीर के सिखों को 'आतंकवादियों' से इस तरह की धमकी भरे खत मिल रहे हैं।
गौरतलब है कि घाटी में सिख सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। इनकी तादाद 60
हजार के करीब है।
कश्मीर में सिखों के एक संगठन ने बताया कि उनके समुदाय के कई लोगों को अलग-अलग जगहों पर इस तरह की धमकी भरे बेनाम खत मिल रहे हैं। ऑल पार्टी सिख कोऑर्डिनेशन कमिटी(ASCC)के को-ऑर्डिनेटर जगमोहन सिंह रैना ने बताया कि सिख आतंकियों के इस मंसूबे को पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया कि एक मीटिंग में इस साजिश के खिलाफ एकजुट रह कर लड़ाई लड़ने का फैसला किया गया है।
रैना ने बताया उन्हें मिली चिट्ठियों में लिखा है, 'जब तुम यहां का सुख भोग रहे हो तो फिर तुम कश्मीरियों की तकलीफ में साथ क्यों नहीं दे रहे हो? हमें पता है कि तुम गोलियों से डरते हो...गुरुद्वारों के बाहर प्रदर्शन करो या फिर कश्मीर को छोड़ दो।' रैना ने बताया कि कुछ चिट्ठियों में इस्लाम को कबूलने की धमकी भी दी गई है।
कश्मीर में सिखों के एक संगठन ने बताया कि उनके समुदाय के कई लोगों को अलग-अलग जगहों पर इस तरह की धमकी भरे बेनाम खत मिल रहे हैं। ऑल पार्टी सिख कोऑर्डिनेशन कमिटी(ASCC)के को-ऑर्डिनेटर जगमोहन सिंह रैना ने बताया कि सिख आतंकियों के इस मंसूबे को पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया कि एक मीटिंग में इस साजिश के खिलाफ एकजुट रह कर लड़ाई लड़ने का फैसला किया गया है।
रैना ने बताया उन्हें मिली चिट्ठियों में लिखा है, 'जब तुम यहां का सुख भोग रहे हो तो फिर तुम कश्मीरियों की तकलीफ में साथ क्यों नहीं दे रहे हो? हमें पता है कि तुम गोलियों से डरते हो...गुरुद्वारों के बाहर प्रदर्शन करो या फिर कश्मीर को छोड़ दो।' रैना ने बताया कि कुछ चिट्ठियों में इस्लाम को कबूलने की धमकी भी दी गई है।
रैना ने हुर्रियत, जेकेएलएफ
और पाक स्थित युनाइटेड जिहाद काउंसिल से भाईचारा बनाए रखने के लिए इस पर
गंभीरता से ध्यान देने की गुजारिश की है।
उधर, अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने सिखों को भरोसा दिलाया है कि वे इन धमकियों से डरें नहीं। यह चिट्ठियां फर्जी हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी को भी प्रदर्शन में जबरन नहीं धकेला जाएगा।
उधर, अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने सिखों को भरोसा दिलाया है कि वे इन धमकियों से डरें नहीं। यह चिट्ठियां फर्जी हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी को भी प्रदर्शन में जबरन नहीं धकेला जाएगा।
Source: http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/6366755.cms
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